श्री अरबिंदो सम्मान |
Shri Aurobindo Samman

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श्री अरबिंदो सम्मान की घोषणा अगस्त माह में श्री अरबिंदो के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 'राष्ट्र निर्माण' में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों या संगठनों के लिए हर वर्ष किया जाता है। 15 अगस्त 1872 को जन्मे श्री अरबिंदो एक सिविल सेवक, स्वतंत्रता सेनानी, आध्यात्मिक गुरु और पत्रकार होने के साथ ही... एक सच्चे सनातनी और आधुनिक भारत के वास्तविक शिल्पकार भी थे।

Shri Aurobindo Samman is for individuals or organisations for outstanding contributions in ‘Rashtra Nirman’, celebrating Birth of Shri Aurobindo in August. Maharshi Aurobindo born on 15 August 1872 was a Civil Servant, Freedom Fighter, Spiritual Guru, and Journalist. a true Sanatani and a real architect of modern India.

सम्मान हेतु नामांकन की प्रक्रिया का आरंभ प्रत्येक वर्ष अगस्त माह में श्री अरबिंदों के जन्मदिवस के पावन अवसर पर होता है और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन अतिथियों की व्यक्तिगत उपस्थिति में अगले वर्ष संगठन के स्थापना दिवस अर्थात महर्षि बाल्मीकि जयंती के शुभ अवसर पर किया जाता है।

The nomination begins in August every year on the occasion of his birthday and the physical function takes place on subsequent Foundation Day, Maharshi Balmiki Jayanti.

राष्ट्र निर्माण, में निस्वार्थ भाव से योगदान देने वाले किसी भी सनातनी को पुरस्कार के लिए नामांकित किया जा सकता है। नामांकन कर्ता को अपने नामांकन को उचित ठहराने के लिए नामांकन के कारण और उद्देश्य का उल्लेख आवश्यक रूप से करना होगा। चयनित व्यक्ति आयोजन समिति के साथ अपनी सभी जानकारी साझा करेंगे और नामांकित व्यक्ति द्वारा किए गए प्रयासों के संबंध में प्रेस & मीडिया कवरेज की कटिंग, तस्वीरें और पुरस्कार संलग्न करेंगे।

Any Sanatani who is selflessly contributing to nation-building can be nominated for the award. The reason and purpose of the nomination must be mentioned by the nominator to justify his nomination. The selected persons will share their credentials with the organizing committee and attach the press coverage cuttings, photographs, and awards regarding the efforts done by the nominee.

श्री अरबिंदो सम्मान श्रेणियाँ: नामांकित व्यक्ति या संगठन को भारतीय धर्म और संस्कृति का अनुयायी होना चाहिए। सम्मान के लिए चयन निम्न श्रेणियों के अंतर्गत किया जायेगा :-

Shri Aurobindo Samman Categories: The person, individual, or organization has to be a follower of Bhartiya Dharma & Culture.

  • प्रकृति की समृद्धि: संरक्षण, संवर्धन, शैक्षिक सक्रियता
  • धर्म का पालन: गौ सेवा, धर्म रक्षा, ज्ञान, अध्यात्म
  • समाज की सेवा: सेवा, शिक्षा, संस्कार, स्वरोजगार
  • संस्कृति का संरक्षण: कला और संगीत, योग और साधना, साहित्य
  • Enriching Nature: Preservation, Promotion, Educational, Activism
  • Following Dharma: Gau Seva, Dharma Raksha, Knowledge, Spirituality
  • Serving Society: Seva, Shiksha, Sanskar, Swarozgar
  • Preserving Culture: Art & Music, Yoga & Sadhana, Literature

संगठन की ओर से प्रमुख भागीदारी एवं संलग्नता:

Key Involvement and Engagement from organisation side:

  • श्रीमती जया कपाले: मुख्य समन्वयक
  • मेजर रमेश उपाध्याय: मार्गदर्शन
  • गोपी शंकर मदुरै: समन्वयक
  • Smt. Jaya Kapale: Chief Co-ordinator
  • Major Ramesh Upadhyay: Margdarshan
  • Gopi Shankar Madurai: Co-ordinator